Site icon

दिलजीत दोसांझ के पुणे कॉन्सर्ट पर विवाद: महाराष्ट्र सरकार का अहम निर्णय।

दिलजीत दोसांझ

नमस्कार दोस्तों, आज हम बात करेंगे भारतीय म्यूजिक इंडस्ट्री के सुपरस्टार, और लोगों के दिलों पर राज करने वाले गायक और अभिनेता दिलजीत दोसांझ के एक ऐसे कॉन्सर्ट की, जो विवादों में फंस गया है। महाराष्ट्र के पुणे में आयोजित होने वाले इस कॉन्सर्ट को लेकर विवाद ने बड़ी सुर्खियां बटोरीं, जब महाराष्ट्र सरकार ने इस कार्यक्रम में शराब परोसने के लिए दिए गए परमिट को रद्द कर दिया। यह निर्णय तब आया जब भाजपा विधायक चंद्रकांत पाटिल और स्थानीय निवासियों ने इस event का विरोध किया।

इस फैसले ने Organisers के साथ-साथ दिलजीत दोसांझ के फैंस को भी चौंका दिया है। यह पूरा विवाद शराब से जुड़े विषयों, सांस्कृतिक विचारधाराओं, और स्थानीय राजनीति के बीच संतुलन का एक जटिल मामला बन गया है। आज हम इस विषय को विस्तार से समझेंगे और जानेंगे कि यह मामला दिलजीत दोसांझ और उनके फैंस के लिए क्या मायने रखता है। लेकिन उससे पहले, अगर आप हमारे चैनल पर नए हैं, तो कृपया चैनल को सब्सक्राइब करना न भूलें, ताकि हमारी हर नई वीडियो की अपडेट सबसे पहले आपको मिलती रहे। तो चलिए, बिना किसी देरी के आज की चर्चा शुरू करते हैं!

महाराष्ट्र सरकार के Excise Department ने हाल ही में पुणे के कोथरुड इलाके में होने वाले, दिलजीत दोसांझ के कॉन्सर्ट के लिए शराब परोसने की अनुमति रद्द कर दी। यह फैसला अचानक लिया गया और इसका कारण, भाजपा विधायक चंद्रकांत पाटिल और स्थानीय निवासियों द्वारा किया गया विरोध है। चंद्रकांत पाटिल ने इस events पर सवाल उठाते हुए कहा कि “ऐसे कार्यक्रम हमारे शहर की संस्कृति का हिस्सा नहीं हैं।”

पाटिल ने आगे यह भी कहा कि इस तरह के बड़े events से क्षेत्र में ट्रैफिक जाम और अन्य असुविधाएं हो सकती हैं, जिससे स्थानीय निवासियों को परेशानी होगी। उनके मुताबिक, यह events पुणे जैसे शांत शहर के लिए अनुकूल नहीं है। इसके चलते उन्होंने शहर के Police Commissioner से इस कार्यक्रम को रद्द करने की मांग की। इन दबावों के बाद महाराष्ट्र के Excise Department ने शराब परोसने का परमिट रद्द कर दिया। यह कदम events को पूरी तरह से रद्द नहीं करता, लेकिन शराब परोसने की अनुमति रद्द होने से कार्यक्रम की योजना और अनुभव पर असर पड़ा है।

अब बात करते हैं कि दिलजीत दोसांझ ने शराब पर गाने को लेकर क्या बयान दिया?

हाल ही में, पंजाबी गायक और अभिनेता दिलजीत दोसांझ के हैदराबाद में आयोजित ‘दिल-लुमिनाती’ कॉन्सर्ट के दौरान विवाद उत्पन्न हुआ। तेलंगाना सरकार ने उन्हें नोटिस जारी कर शराब, ड्रग्स और हिंसा को बढ़ावा देने वाले गाने न गाने का निर्देश दिया था। इसके अतिरिक्त, मंच पर बच्चों के उपयोग पर भी रोक लगाई गई थी।

दिलजीत ने इस नोटिस की आलोचना करते हुए कहा कि भारतीय कलाकारों के साथ भेदभाव किया जा रहा है। उन्होंने अपने कॉन्सर्ट के दौरान कहा, “अगर कोई कलाकार देश के बाहर से आता है, तो वे जो चाहें गा सकते हैं, जो चाहें कर सकते हैं, और इसमें कोई समस्या नहीं है। लेकिन जब कोई भारतीय कलाकार गाता है, तो आपको समस्या होती है; आपको हस्तक्षेप करना पड़ता है…”  नवंबर में अहमदाबाद में आयोजित एक संगीत कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा था कि, अगर सरकार देशभर में शराब पर प्रतिबंध लगाती है, तो वह इस विषय पर गाने गाना बंद कर देंगे।

उन्होंने यह भी कहा कि शराब सरकार के लिए Revenue का एक बड़ा स्रोत है और इसे पूरी तरह से बंद करना मुश्किल है। दिलजीत ने बताया कि कोविड महामारी के दौरान जब देशभर में हर चीज़ बंद थी, तब भी शराब की दुकानें चालू थीं। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि युवाओं को बेवकूफ बनाना बंद करना चाहिए और यदि शराब को बेचना सही है, तो इस पर गाना बनाना भी गलत नहीं होना चाहिए।

दिलजीत का यह बयान उनके फैंस के बीच काफी चर्चा में रहा। उनके इस स्पष्ट और साहसिक रुख ने उन्हें एक बार फिर से प्रशंसा दिलाई।

अब बात करते हैं कि, दिल लुमिनाती टूर, के दौरान देशभर में दिलजीत दोसांझ का जलवा कैसे रहा?

दिलजीत दोसांझ का ‘दिल लुमिनाती टूर’ 26 अक्टूबर से शुरू हुआ था और तब से लेकर अब तक यह देशभर के कई बड़े शहरों में धमाल मचा रहा है। दिल्ली, जयपुर और अहमदाबाद जैसे शहरों में उनकी परफॉर्मेंस के बाद अब मुंबई में उनकी धमाकेदार एंट्री की तैयारी चल रही है।

इस कॉन्सर्ट की लोकप्रियता इतनी ज्यादा है कि इसके टिकट्स कुछ ही सेकंड में बिक रहे हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार, सिल्वर कैटेगिरी के टिकट, जिनकी कीमत ₹4,999 थी, मात्र 50 सेकंड में बिक गए। यह दिखाता है कि दिलजीत के गानों और उनकी परफॉर्मेंस को लेकर फैंस कितने उत्साहित हैं।

मुंबई का यह events 19 दिसंबर को होने वाला है और इसे लेकर फैंस में जबरदस्त उत्साह है। दिलजीत की फैन फॉलोइंग न केवल पंजाब और भारत में है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी उनकी एक बड़ी पहचान है।

अब बात करते हैं कि रैपर बादशाह ने दिलजीत दोसांझ का समर्थन क्यों किया, और कलाकारों पर सवाल क्यों उठाए जा रहे हैं?

दिलजीत दोसांझ के समर्थन में कई हस्तियां सामने आई हैं। मशहूर रैपर बादशाह ने इस मुद्दे पर दिलजीत का खुलकर समर्थन किया। साहित्य आज तक के एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि “जब देशभर में शराब आसानी से उपलब्ध है, तो कलाकारों को इस पर गाने बनाने से क्यों रोका जा रहा है?” बादशाह ने यह भी कहा कि शराब एक ऐसी चीज़ है, जो समाज में गहराई से जुड़ी हुई है। अगर इसे बेचना सही है, तो इस पर गाने बनाना या गाना भी गलत नहीं होना चाहिए। उन्होंने दिलजीत की तारीफ करते हुए कहा कि वह उनके गानों और परफॉर्मेंस से हमेशा प्रेरित होते हैं।

यह समर्थन दिलजीत के लिए एक मजबूत संदेश है कि उनके साथी कलाकार उनके साथ खड़े हैं। बादशाह का यह बयान फैंस और समाज के बीच भी चर्चा का विषय बना।

अब सवाल उठता है कि इस विवाद का हमारे समाज और संस्कृति पर क्या प्रभाव पड़ता है?

यह विवाद केवल एक कॉन्सर्ट तक सीमित नहीं है, बल्कि यह सामाजिक और सांस्कृतिक विचारधाराओं का भी प्रतिबिंब है। स्थानीय नेताओं का मानना है कि ऐसे बड़े events शहर की संस्कृति के खिलाफ हैं, और इससे सामाजिक समस्याएं पैदा हो सकती हैं।

दूसरी तरफ, दिलजीत के फैंस और आयोजक इसे एक मनोरंजन का साधन मानते हैं। उनका कहना है कि ऐसे कार्यक्रम न केवल युवाओं के लिए मनोरंजन के अवसर पैदा करते हैं, बल्कि इससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी बढ़ावा मिलता है।

इस विवाद ने यह सवाल खड़ा किया है कि क्या मनोरंजन और सामाजिक मुद्दों को एक-दूसरे से जोड़ा जाना चाहिए। क्या कलाकारों पर केवल इसलिए सवाल उठाए जाने चाहिए, क्योंकि वे एक ऐसे विषय पर गाते हैं जो समाज में सामान्य रूप से स्वीकार्य है?

अब बात करते हैं कि आखिर दिलजीत दोसांझ को एक बहुमुखी कलाकार क्यों माना जाता है?

दिलजीत दोसांझ केवल एक गायक नहीं, बल्कि एक बहुमुखी कलाकार हैं। उन्होंने अपने संगीत और Acting के माध्यम से लाखों दिलों को जीता है। उनकी गायकी में न केवल मस्ती और मनोरंजन है, बल्कि उनके गाने समाज के कई मुद्दों को भी छूते हैं।

उनकी यह खासियत उन्हें बाकी कलाकारों से अलग बनाती है। चाहे वह उनकी फिल्मों का Acting हो या स्टेज परफॉर्मेंस, दिलजीत का हर काम उनकी प्रतिभा और समर्पण को दर्शाता है। हालांकि महाराष्ट्र सरकार के फैसले ने इस कॉन्सर्ट पर विवाद खड़ा कर दिया है, लेकिन दिलजीत दोसांझ के फैंस की दीवानगी में कोई कमी नहीं आई है। उनकी परफॉर्मेंस का इंतजार कर रहे फैंस इस विवाद को नजरअंदाज कर रहे हैं, और अपने पसंदीदा कलाकार को लाइव देखने के लिए उत्साहित हैं।

यह मुद्दा एक बड़ी बहस को जन्म देता है कि क्या कलाकारों को उनके गानों के विषयों के लिए जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए। दोस्तों, इस मामले में आपकी क्या राय है? क्या आपको लगता है कि महाराष्ट्र सरकार का यह फैसला सही था? अपने विचार हमें कमेंट में जरूर बताएं।

Conclusion:-

“अगर हमारे आर्टिकल ने आपको कुछ नया सिखाया हो, तो इसे शेयर करना न भूलें, ताकि यह महत्वपूर्ण जानकारी और लोगों तक पहुँच सके। आपके सुझाव और सवाल हमारे लिए बेहद अहम हैं, इसलिए उन्हें कमेंट सेक्शन में जरूर साझा करें। आपकी प्रतिक्रियाएं हमें बेहतर बनाने में मदद करती हैं।

GRT Business विभिन्न समाचार एजेंसियों, जनमत और सार्वजनिक स्रोतों से जानकारी लेकर आपके लिए सटीक और सत्यापित कंटेंट प्रस्तुत करने का प्रयास करता है। हालांकि, किसी भी त्रुटि या विवाद के लिए हम जिम्मेदार नहीं हैं। हमारा उद्देश्य आपके ज्ञान को बढ़ाना और आपको सही तथ्यों से अवगत कराना है।

अधिक जानकारी के लिए आप हमारे GRT Business YouTube चैनल पर भी विजिट कर सकते हैं। धन्यवाद!”

Spread the love
Exit mobile version