नमस्कार दोस्तों, क्या आपने कभी सोचा है कि एक इंसान जो एक तरफ आपको धमकी दे और दूसरी तरफ आपके ही घर में धंधा फैलाने की तैयारी कर रहा हो, उसे आप क्या कहेंगे? क्या ये हिपोक्रेसी नहीं है? Donald Trump का नाम सुनते ही सबसे पहले एक विवादित नेता और रियल एस्टेट टायकून की छवि सामने आती है।
एक ऐसा इंसान जिसने जब भी भारत के बारे में बात की, तो या तो धमकी दी या फिर व्यापारिक नीतियों को लेकर आलोचना की। लेकिन अब वही Donald Trump भारत में अपना निजी कारोबार फैलाने में जुटे हैं। ये वही ट्रंप हैं, जो हमेशा से भारत द्वारा अमेरिकी प्रोडक्ट्स पर लगाए गए टैरिफ को लेकर नाराज रहते हैं। उन्होंने कई बार सार्वजनिक मंचों पर कहा है कि भारत को टैरिफ कम करने चाहिए, ताकि अमेरिकी प्रोडक्ट्स को भारतीय बाजार में आसानी से जगह मिल सके। लेकिन अब वही ट्रंप भारत के रियल एस्टेट बाजार में खुद अपनी जगह बनाने के लिए कमर कस चुके हैं।
उन्होंने पुणे में अपने पहले कमर्शियल प्रोजेक्ट की शुरुआत कर दी है, जिसका नाम है ट्रंप वर्ल्ड सेंटर पुणे। अब सवाल यह है कि जो इंसान भारत की आर्थिक नीतियों की आलोचना करता है, वही भारत के बाजार से करोड़ों रुपये कमाने की योजना क्यों बना रहा है? क्या यह बिजनेस और राजनीति का खेल नहीं है? आज हम इसी विषय पर गहराई में चर्चा करेंगे।
Donald Trump का भारत से जुड़ाव कोई नया नहीं है। वह एक राजनेता से पहले एक रियल एस्टेट टायकून रहे हैं। उनका कारोबार मुख्य रूप से रियल एस्टेट, मीडिया, गोल्फ कोर्स और अन्य ब्रांडेड प्रोडक्ट्स तक फैला हुआ है। Donald Trump की कंपनी द ट्रंप ऑर्गेनाइजेशन दुनियाभर में लग्जरी प्रॉपर्टी के लिए जानी जाती है।
भारत में भी ट्रंप के कई रेजिडेंशियल प्रोजेक्ट्स पहले से मौजूद हैं। मुंबई, पुणे और गुड़गांव में उनके ट्रंप टावर्स पहले ही बन चुके हैं और भारतीय रियल एस्टेट बाजार में उनकी अच्छी पकड़ मानी जाती है। लेकिन अब उन्होंने रेजिडेंशियल प्रोजेक्ट्स के बाद कमर्शियल प्रोजेक्ट्स में भी एंट्री करने का फैसला किया है। इस बार उनका निशाना है पुणे का कमर्शियल रियल एस्टेट बाजार।
ट्रंप वर्ल्ड सेंटर पुणे भारत में ट्रंप का पहला कमर्शियल प्रोजेक्ट होगा। इसे ट्रंप ऑर्गेनाइजेशन ने ट्रिबेका डेवलपर्स और कुंदन स्पेसेज के साथ मिलकर लॉन्च किया है। यह प्रोजेक्ट 4.3 एकड़ जमीन पर बनेगा और इसमें ऑफिस स्पेस और कमर्शियल स्पेस के साथ लग्जरी सुविधाएं भी दी जाएंगी। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस प्रोजेक्ट से ट्रंप ऑर्गेनाइजेशन को करीब 2,500 करोड़ रुपये की कमाई होने की उम्मीद है। इसका मतलब यह है कि Donald Trump भारत के रियल एस्टेट बाजार से करोड़ों रुपये कमाने की तैयारी में हैं। यह प्रोजेक्ट पुणे की सबसे ऊंची कमर्शियल बिल्डिंग होगी, जिसे कुंदन स्पेसेज ने डिजाइन किया है। इससे पहले कुंदन स्पेसेज ने पुणे में कई बड़े प्रोजेक्ट्स को सफलतापूर्वक पूरा किया है।
इसके अलावा, ट्रंप ऑर्गेनाइजेशन के एग्जीक्यूटिव वाइस प्रेसिडेंट एरिक ट्रंप ने कहा, “भारत ने ट्रंप ब्रांड को बहुत पसंद किया है। हमारे कई रेजिडेंशियल प्रोजेक्ट्स की सफलता के बाद, हम भारत में अपने पहले कमर्शियल प्रोजेक्ट को लॉन्च करने को लेकर उत्साहित हैं। यह प्रोजेक्ट हमारे भारतीय पार्टनर्स, ट्रिबेका डेवलपर्स और कुंदन स्पेसेज के साथ मजबूत रिश्ते का प्रतीक है। ट्रंप वर्ल्ड सेंटर पुणे दुनियाभर के ट्रंप प्रॉपर्टीज की तरह ही सोफिस्टिकेशन और एक्सीलेंस का नया मानक स्थापित करेगा।”
Donald Trump के भारत के प्रति इस प्रेम का कारण साफ है – पैसा। भारत, अमेरिका के बाहर ट्रंप के लिए सबसे बड़ा बाजार बन चुका है। अमेरिका के बाद ट्रंप ब्रांड की सबसे ज्यादा डिमांड भारत में है। फिलहाल भारत में ट्रंप के चार बड़े रेजिडेंशियल प्रोजेक्ट्स हैं – मुंबई, पुणे, गुड़गांव और कोलकाता में। अगले 5 सालों में ट्रंप ऑर्गेनाइजेशन ने भारत में 10 नए प्रोजेक्ट्स शुरू करने की योजना बनाई है। इनमें गोल्फ कोर्स, विला और कमर्शियल स्पेस शामिल होंगे। रिपोर्ट्स के मुताबिक, ट्रंप ऑर्गेनाइजेशन भारत के रियल एस्टेट बाजार से (8,000 करोड़ रुपये) से अधिक की कमाई करने की योजना बना रहा है।
अब बड़ा सवाल ये है कि आखिर Donald Trump भारत के खिलाफ बयानबाजी क्यों करते हैं, जबकि उनका बिजनेस भारत में लगातार बढ़ रहा है? ट्रंप ने कई बार भारत पर ज्यादा टैरिफ वसूलने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा था कि भारत में अमेरिकी प्रोडक्ट्स पर अनावश्यक रूप से ज्यादा टैक्स लगाया जाता है, जिससे अमेरिकी कंपनियों को नुकसान होता है। लेकिन अब वही ट्रंप भारत के बाजार से करोड़ों रुपये कमाने की योजना बना रहे हैं। इसे हिपोक्रेसी न कहा जाए तो और क्या कहा जाए?
Donald Trump के पास सिर्फ रियल एस्टेट का ही नहीं, बल्कि मीडिया और टेक्नोलॉजी का भी बड़ा साम्राज्य है। उन्होंने ट्रंप मीडिया एंड टेक्नोलॉजी ग्रुप के तहत ट्रुथ सोशल नाम का सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म लॉन्च किया है। ट्रुथ सोशल को ट्रंप ने X के विकल्प के रूप में पेश किया है। इसके अलावा, उनके पास 19 गोल्फ कोर्स हैं, जो अमेरिका, स्कॉटलैंड, आयरलैंड और अन्य देशों में स्थित हैं। इसके अलावा, ट्रंप ने अपने नाम का उपयोग विभिन्न उत्पादों और सेवाओं के लिए किया है, जैसे – ट्रंप होम, ट्रंप वाइनरी, ट्रंप नेचुरल स्प्रिंग वॉटर आदि।
2024 में Donald Trump की कुल संपत्ति करीब 7.7 बिलियन डॉलर थी। हालांकि, मार्च 2025 तक उनकी संपत्ति घटकर 4.8 बिलियन डॉलर रह गई, जिसका मुख्य कारण ट्रंप मीडिया एंड टेक्नोलॉजी ग्रुप के शेयरों में गिरावट थी। लेकिन एक बात तो साफ है – Donald Trump को राजनीति और व्यापार का खेल बखूबी आता है।
भारत के प्रति Donald Trump का यह रवैया पूरी तरह से दोगलापन ही है। एक तरफ वे भारत को टैरिफ के लिए धमकी देते हैं और दूसरी तरफ भारत के बाजार से अरबों रुपये कमाने की योजना बना रहे हैं। सवाल यह है कि क्या भारतीय बाजार में ट्रंप का यह खेल लंबे समय तक चलेगा, या फिर भारतीय उपभोक्ता इस हिपोक्रेसी को पहचान लेंगे?
Donald Trump की ये रणनीति बताती है कि राजनीति और बिजनेस का खेल कैसे खेला जाता है। भारत में ट्रंप के बढ़ते प्रोजेक्ट्स इस बात का सबूत हैं कि ट्रंप के लिए पैसा ही सबसे बड़ा मकसद है। एक बात तो तय है कि ट्रंप का ये खेल सिर्फ व्यापार तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि इसका असर भारत-अमेरिका के व्यापारिक और कूटनीतिक संबंधों पर भी पड़ेगा। अब देखना यह होगा कि भारतीय बाजार ट्रंप के इस खेल को किस हद तक स्वीकार करता है, या फिर उनके इस दोगले रवैये को नकार देता है।
Conclusion
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