B Abdul Nassar: की प्रेरणादायक यात्रा Newspaper बेचने वाले से IAS बनने की कहानी I 2024

नमस्कार दोस्तों, भारत में सिविल सेवा की परीक्षा, विशेष रूप से UPSC, को दुनिया की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक माना जाता है। इसे पास करने के लिए कड़ी मेहनत, समर्पण, और वर्षों की तैयारी की जरूरत होती है। लाखों छात्र हर साल इस परीक्षा में बैठते हैं, लेकिन केवल कुछ ही छात्र इसे पास कर पाते हैं। ऐसे में, बिना UPSC परीक्षा पास किए कोई IAS बन जाए, यह सुनने में ही आश्चर्यजनक लगता है।

आज हम आपको B Abdul Nassar की कहानी बताएंगे, जो संघर्ष और सफलता का एक जीता-जागता उदाहरण हैं। उनके जीवन की कठिनाइयों और उनकी उपलब्धियों की कहानी इस बात का प्रमाण है कि मेहनत और लगन से सब कुछ संभव है। उन्होंने यह साबित किया कि चाहे कितनी भी विपरीत परिस्थितियां क्यों न हों, अगर आप अपने लक्ष्य के प्रति ईमानदार हैं, तो कोई भी मुश्किल आपको रोक नहीं सकती। आज हम इसी विषय पर गहराई में चर्चा करेंगे।

B Abdul Nassar का अनाथालय से IAS अधिकारी बनने तक का सफर कैसा रहा?

B Abdul Nassar का जन्म केरल के कन्नूर जिले के थलास्सेरी में हुआ था। उनकी जिंदगी में मुश्किलें बचपन से ही शुरू हो गई थीं। महज 5 साल की उम्र में उन्होंने अपने पिता को खो दिया, जिससे उनका परिवार आर्थिक संकट में घिर गया। उनकी मां ने घर-घर काम करके परिवार का पालन-पोषण किया, लेकिन हालात इतने कठिन थे कि उन्हें अनाथालय में रहना पड़ा।

नासर ने अपना बचपन अनाथालय में बिताया और 13 साल की उम्र तक वहीं पर रहे। इस दौरान उन्होंने शिक्षा को कभी नहीं छोड़ा। उन्होंने अपनी स्कूली पढ़ाई पूरी की, लेकिन परिवार की आर्थिक मदद के लिए कम उम्र में ही काम करना शुरू कर दिया। अखबार बांटना, होटल में सप्लाई करना, और क्लीनर के तौर पर काम करना उनकी दिनचर्या का हिस्सा बन गया। इन सबके बीच उन्होंने अपने सपनों को जिंदा रखा और थलास्सेरी सरकारी कॉलेज से Graduate की पढ़ाई पूरी की।

B Abdul Nassar ने संघर्ष और शिक्षा के बीच अद्भुत संतुलन कैसे बनाया?

B Abdul Nassar का जीवन हमें सिखाता है कि कठिनाइयों में भी शिक्षा को प्राथमिकता देना कितना महत्वपूर्ण है। अपनी पढ़ाई के साथ-साथ उन्होंने परिवार की मदद करने के लिए कई छोटे-बड़े काम किए। यहां तक कि उन्होंने ट्यूशन पढ़ाने और फोन ऑपरेटर के रूप में भी काम किया। यह उनके जीवन का सबसे कठिन दौर था, लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी।

1994 में उन्होंने पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री पूरी की और केरल हेल्थ डिपार्टमेंट में सरकारी कर्मचारी के रूप में अपने करियर की शुरुआत की। यह उनके जीवन में एक महत्वपूर्ण मोड़ था। नौकरी के दौरान भी उन्होंने अपनी मेहनत और कार्यक्षमता से खुद को साबित किया और लगातार ऊंचे पदों पर पहुंचते गए।

अब्दुल नासर कैसे बने IAS अधिकारी?

B Abdul Nassar का IAS बनने का सफर किसी प्रेरणादायक कहानी से कम नहीं है। 2006 में उन्हें राज्य सिविल सेवा में डिप्टी कलेक्टर के पद पर नियुक्त किया गया। इस पद पर उन्होंने अपनी जिम्मेदारियों को इतनी कुशलता और ईमानदारी से निभाया कि 2015 में उन्हें केरल के टॉप डिप्टी कलेक्टर के रूप में मान्यता मिली।

उनकी उत्कृष्ट सेवाओं और समर्पण को देखते हुए 2017 में उन्हें IAS अधिकारी के पद पर प्रमोट किया गया। यह उनके जीवन की सबसे बड़ी उपलब्धि थी। इसके बाद, 2019 में, उन्होंने कोल्लम के जिला कलेक्टर की भूमिका संभाली। इस दौरान उन्होंने कई विकास परियोजनाओं में अपनी सक्रिय भागीदारी निभाई। इसके अलावा, उन्होंने केरल सरकार में Housing Commissioner के रूप में भी काम किया।

बिना UPSC  परीक्षा दिए IAS बनने का रास्ता क्या है?

यह सवाल हर किसी के मन में आता है कि B Abdul Nassar ने बिना UPSC परीक्षा दिए IAS अधिकारी का पद कैसे हासिल किया। दरअसल, Indian Administrative Service (IAS) में प्रवेश का मुख्य मार्ग UPSC परीक्षा है। लेकिन कुछ विशेष परिस्थितियों में राज्य सिविल सेवा के अधिकारियों को, उनकी योग्यता और सेवाओं के आधार पर प्रमोशन देकर IAS का दर्जा दिया जाता है।

B Abdul Nassar की कड़ी मेहनत, उनकी ईमानदारी, और उनकी सेवाओं ने उन्हें इस मुकाम तक पहुंचाया। राज्य सिविल सेवा में उनके बेहतरीन प्रदर्शन और उनकी नेतृत्व क्षमता ने, उन्हें इस योग्य बनाया कि उन्हें IAS के लिए प्रमोट किया जाए। यह उनके जीवन का सबसे बड़ा प्रमाण है कि मेहनत और लगन से कोई भी सपना साकार किया जा सकता है।

B Abdul Nassar के  जीवन में संघर्ष का महत्व क्या है?

B Abdul Nassar की कहानी संघर्ष और सफलता का प्रतीक है। उन्होंने यह साबित किया कि कठिन परिस्थितियां केवल एक चुनौती होती हैं, जिन्हें मेहनत और दृढ़ संकल्प के साथ पार किया जा सकता है। उनका जीवन उन लाखों लोगों के लिए प्रेरणा है जो विपरीत परिस्थितियों में हार मान लेते हैं।

उन्होंने अपनी जिंदगी के हर कदम पर संघर्ष किया, लेकिन कभी भी अपने लक्ष्य से समझौता नहीं किया। उनकी कहानी यह संदेश देती है कि अगर आपके पास सपनों को साकार करने का जुनून है, तो दुनिया की कोई भी ताकत आपको रोक नहीं सकती। B Abdul Nassar जैसे कई अन्य लोग भी हैं, जिन्होंने अपनी मेहनत और संघर्ष के बल पर ऊंचे मुकाम हासिल किए। उनकी कहानी उन लोगों के लिए खास तौर पर प्रेरणादायक है, जो सोचते हैं कि सफलता केवल बड़े संसाधनों और सुविधाओं के माध्यम से ही हासिल की जा सकती है।

नासर ने यह दिखाया कि आपके पास चाहे कितने भी सीमित साधन हों, अगर आप मेहनत करने को तैयार हैं, तो आप असंभव को भी संभव बना सकते हैं। उनकी कहानी यह भी सिखाती है कि शिक्षा, मेहनत, और सेवा के प्रति समर्पण से आप अपने सपनों को हकीकत में बदल सकते हैं।

अब्दुल नासर की शिक्षा और मेहनत से क्या संदेश मिलता है?

B Abdul Nassar की कहानी यह संदेश देती है कि शिक्षा किसी भी व्यक्ति के जीवन को बदल सकती है। चाहे परिस्थितियां कितनी भी कठिन क्यों न हों, अगर आप अपनी पढ़ाई और मेहनत को प्राथमिकता देते हैं, तो आप अपने जीवन में बड़े बदलाव ला सकते हैं।

उन्होंने यह साबित किया कि शिक्षा केवल डिग्री पाने का साधन नहीं है, बल्कि यह आपको अपनी परिस्थितियों से ऊपर उठने और समाज में अपनी एक अलग पहचान बनाने का अवसर देती है। उनकी कहानी हर युवा को प्रेरित करती है कि मेहनत और लगन से आप किसी भी मुकाम को हासिल कर सकते हैं।

Conclusion:-

तो दोस्तों, B Abdul Nassar की कहानी संघर्ष, मेहनत, और सफलता की एक बेहतरीन मिसाल है। उन्होंने अपने जीवन की कठिनाइयों को कभी भी अपने सपनों के रास्ते में आने नहीं दिया। उनकी मेहनत और समर्पण ने उन्हें उस मुकाम तक पहुंचाया, जो लाखों लोगों का सपना होता है।

उनकी यह यात्रा हमें सिखाती है कि अगर आपके पास अपने सपनों को पाने का जुनून है और आप उसके लिए पूरी मेहनत करने को तैयार हैं, तो कोई भी बाधा आपको रोक नहीं सकती। B Abdul Nassarकी कहानी हर युवा के लिए एक प्रेरणा है कि परिस्थितियां चाहे कितनी भी कठिन क्यों न हों, अगर आप मेहनत और लगन के साथ आगे बढ़ते हैं, तो आप किसी भी ऊंचाई को छू सकते हैं। अगर हमारे आर्टिकल ने आपको कुछ नया सिखाया हो, तो इसे शेयर करना न भूलें, ताकि यह महत्वपूर्ण जानकारी और लोगों तक पहुँच सके। आपके सुझाव और सवाल हमारे लिए बेहद अहम हैं, इसलिए उन्हें कमेंट सेक्शन में जरूर साझा करें। आपकी प्रतिक्रियाएं हमें बेहतर बनाने में मदद करती हैं।

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